साहसी
साहसी
ये सब मुहैया कराने के लिये परिकल्पना के साथ सामाजिक व्यवसायिक पारिस्थितिक तंत्र / सोशल बिज़नेस इकोसिस्टम का निर्माण करना:
1. भोजन, वस्त्र, शरण स्थल, स्वास्थ्य की देख-रेख, और सबके लिये इंटरनेट, मुफ्त में
2. पशुओं के लिये बेहतर देख-भाल और रहने की व्यवस्था
3. एक अधिक स्वच्छ, धारण करने योग्य परिवेश / वातावरण
एक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाना जो उपभोक्ताओं को बिना पैसा खर्च किये एनजीओज़ के लिये धन इकट्ठा करने में समर्थ बनाता है.
उसी प्लेटफॉर्म पर परोपकारी पुरस्कार, निशुल्क मनोरंजन और सोशल मीडिया प्रदान करके उपभोक्ताओं का और अधिक प्रोत्साहन बढ़ाना.
100% परोपकारी: हर चीज़ जो क्वैट करता है, वह रचना और परिणाम में हमेशा परोपकारी होगा.
100% पारदर्शी: क्वैट पूरी पारदर्शिता के साथ व्यवसाय का संचालन करता है, इस बात को सुनिश्चित करते हुए कि सबके लिये पूरी जानकारी उपलब्ध हो, निशुल्क.
सामाजिक कल्याण और समुदाय क्वैट की बुनियादी प्रेरक शक्तियाँ हैं जिनकी वजह से एक हानिकारक सामाजिक प्लेटफॉर्म का जन्म हुआ, जिससे एनजीओज़ के लिये चंदा इकट्ठा करने के लिये व्यवसाय और लोग एकजुट हुए. हम जानते हैं कि डिजिटल मीडियम का उपयोग करने और उसकी निरंतर बढ़ती हुई पहुँच का लाभ उठाने के लिये इससे बेहतर समय नहीं है.
पर्याप्त समय, साधनों और सबसे ज़रूरी निष्ठा के साथ, भारत में समृद्धि लाने के लिये क्वैट का लक्ष्य एक चिरस्थायी / हमेशा रहने वाले और दीर्घकालिक / लम्बे समय तक चलने वाले समाधान निकालना है.
हमारा सफर हमारे क्वैट परिवार द्वारा हमारा समर्थन करने और हमें प्रोत्साहित करने के बिना सम्भव नहीं हो पाता. संयोग से जान-पहचान, एक मासूम-सा नमस्कार, हम क्या करने की कोशिश कर रहे हैं, इस बारे में एक फुसफुसाहट; छोटे-से-छोटे कार्यकलापों ने हमें वह बनाया है जो आज हम हैं.
आभार हमारा मनोभाव
क्युपिड, क्वैट टीम का जिगर का टुकड़ा. वह बड़ी शान से अपने पसंदीदा सोफे पर बैठ कर सबका एक ज़ोरदार ‘भौं-भौं’ के साथ स्वागत करता था. उसका जलवा हमेशा निशाने पर होता था, जो हर किसी को उससे मिलने के बाद एक पशु प्रेमी बना देता था. जब भी आपका दिन बहुत थकान-भरा बीतता था, आपको बस क्युपिड के एक आलिंगन और बड़े-से चुम्बन की ही ज़रूरत होती थी.
बो हमारी ‘राजकुमारी’ है. वह विनोदी, फोटोजेनिक और क्वैट टीम पर ध्यान से निगाह रखने वाली सदस्या है, और अपनी विभिन्न ताक-झाँक वाली जगहों से हमारी सुरक्षा का ध्यान रखती है. जब वह देखती है कि हमारी उत्पादनशक्ति / प्रोडक्टिविटी में उतार आया है, तो वह अपनी पसंदीदा गेंद हमारे पैरों पर लुढ़का कर अपनी अजीबोगरीब हरकतों से हमारा मिजाज़ तरोताज़ा कर देती है.
हर सप देखने वाले के लिये एक कर्ता की आवश्यकता होती है. हर्षित हमारे मुख्य कार्यकर्ता हैं. वे जागृत के विचारों को लेते हैं, उन्हें विश्वसनीय लगने जैसा बनाते हैं, और फिर उन्हें एक वास्तविकता में बदल देते हैं.
LinkedIn‘If you think it, you can do it,” it’s Tarang’s personal motto that the whole CWAT team has adopted. He’s a man with a plan who wants to solve the various problems that plague the world.
LinkedInमनोज का जीवन ‘लोक: समस्त: सुखीनो भवंतु’ है, दूसरों को खुशी देने के लिये. सही समय, स्थान, और कुछ कानों-सुनी बातें उन्हें क्वैट तक ले आयीं.
LinkedInकंप्यूटर में दिलचस्पी रखने वाले एक तथाकथित कलाप्रेमी, शुभम निरंतर रिसर्च करके, नये उपायों और ऐसी नई तकनीकी खोज करते हैं जो क्वैट को और अधिक बेहतर बना कर तकनीकी खेल में क्वैट को आगे रखते हैं.
LinkedInवरुण का दृढ़ निश्चय और समर्पण न केवल अटल हैं, वे प्रेरणा भी देते हैं. क्वैट पर अपनी ऊर्जा को केंद्रित करने के लिये उन्होंने अपना प्रोडक्शन का पेशा छोड़ दिया, और एनजीओ आउटरीच & रिसर्च सम्भालते हैं.
LinkedInएक लेखक, निर्देशक, और विचारक, जागृत में मौलिक विचारों की भरमार है, जो असम्भव लगते हैं, लेकिन हमेशा कर पाने लायक होते हैं. उन्हें मानव जाति की और अधिक भलाई में उनके अटल विश्वास द्वारा परिभाषित किया जाता है.
LinkedInदेखा जाये तो भुवना क्वैट को सक्रिय रखती हैं. पीआर और प्रोडक्शन में उनकी पृष्ठभूमि के कारण, वे क्वैट की पोज़िशन और सस्टेनेबिलिटी इंचार्ज हैं.
LinkedInजब सपने देखने वाले इकट्ठे होते हैं, तो आपको आकार देने के लिये उस वजह को अभिव्यक्त करने की आवश्यकता होती है. अंकी, अपने व्यापक अनुभव के बल पर क्वैट को व्यवसाय की पहचान और परोपकारी आकार प्रदान करती हैं.
LinkedInक्युपिड, क्वैट टीम का जिगर का टुकड़ा. वह बड़ी शान से अपने पसंदीदा सोफे पर बैठ कर सबका एक ज़ोरदार ‘भौं-भौं’ के साथ स्वागत करता था. उसका जलवा हमेशा निशाने पर होता था, जो हर किसी को उससे मिलने के बाद एक पशु प्रेमी बना देता था. जब भी आपका दिन बहुत थकान-भरा बीतता था, आपको बस क्युपिड के एक आलिंगन और बड़े-से चुम्बन की ही ज़रूरत होती थी.
बो हमारी ‘राजकुमारी’ है. वह विनोदी, फोटोजेनिक और क्वैट टीम पर ध्यान से निगाह रखने वाली सदस्या है, और अपनी विभिन्न ताक-झाँक वाली जगहों से हमारी सुरक्षा का ध्यान रखती है. जब वह देखती है कि हमारी उत्पादनशक्ति / प्रोडक्टिविटी में उतार आया है, तो वह अपनी पसंदीदा गेंद हमारे पैरों पर लुढ़का कर अपनी अजीबोगरीब हरकतों से हमारा मिजाज़ तरोताज़ा कर देती है.